उत्तराखंड निकाय चुनाव 2025 में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मोर्चा संभाला है। 12 दिनों में 52 चुनावी सभाओं और रोड शो के जरिए उन्होंने भाजपा के प्रचार अभियान को धार दी। समान नागरिक संहिता लैंड व थूक जिहाद जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। विपक्ष पर निशाना साधते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और निकायों के विकास का रोडमैप भी रखा
पार्टी के स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री धामी ने भी चुनाव अभियान की कमान संभाली और 12 दिन में 52 चुनावी सभाएं, रोड शो समेत अन्य कार्यक्रमों के जरिये प्रचार अभियान को धार दी।
इस दौरान उन्होंने जहां विपक्ष को निशाने पर लिया, वहीं अपनी सरकार की उपलब्धियों और निकायों के विकास के लिए रोडमैप भी रखा। साथ ही समान नागरिक संहिता, लैंड व थूक जिहाद जैसे विषयों को प्रचार अभियान के दौरान प्रमुखता से उठाया।
चुनाव चाहे लोकसभा के हों अथवा विधानसभा के, भाजपा नेतृत्व मुख्यमंत्री धामी का भरपूर उपयोग करता आया है। अब जबकि राज्य में निकाय चुनाव हो रहे हैं तो पार्टी ने स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री धामी को मोर्चे पर लगाया। उन्होंने निकाय चुनाव प्रचार अभियान की कमान अपने हाथ में लेने के साथ ही गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक ताबड़तोड़ चुनावी कार्यक्रमों में भागीदारी की।
साथ ही वह विपक्ष कांग्रेस पर निरंतर हमलावर रुख अख्तियार किए रहे। उन्होंने विपक्ष पर राज्य की वास्तविक समस्याओं को गंभीरता से न लेने का आक्षेप लगाया तो अपनी सरकार के कार्यकाल में निकायों में हुए कार्यों के साथ ही भविष्य का रोडमैप भी जनता के सामने रखा।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में पार्टी का तीन सप्ताह का सघन प्रचार अभियान बेहद सफल रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी की सभाओं व रोड शो में उमड़े जनसमूह ने साफ कर दिया है कि राज्य के सभी 100 नगर निकायों में भाजपा परचम फहराएगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मोर्चे पर लगाया है। उत्तराखंड में निकाय चुनाव का प्रचार अभियान खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री धामी बुधवार को दिल्ली जा रहे हैं। वह वजीरपुर और करावल नगर विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे।